सोमवार, 25 अप्रैल 2011

द ट्रिनिटी



इस स्केच में मैंने ब्रह्मा,विष्णु एवं महेश तीनो को समाहित करने की कोशिश की है...वर्ष १९८८ में बनाये गए इस स्केच का नाम रक्खा है "द ट्रिनिटी " ।

-निहार

8 टिप्‍पणियां:

  1. विजय रंजन जी मैं तो आपके रेखाचित्रों में खोजता हूँ आपकी सोंच को नमन और आपको बधाई ....

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत ही गहन चित्रकारी मुझे तो शब्द ही नहीं मिल रहे बस इतना ही कहूंगी आपकी कला को प्रणाम |

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुंदर ....गहन अभिव्यक्ति लिए स्केचेज

    जवाब देंहटाएं
  4. bahut sunder ranjan ji, hamesha sochti hun aap ye itne sunder sketch kaise kar pate hai..........

    जवाब देंहटाएं
  5. कलात्मकता का
    अनुपम उदाहरण !!

    जवाब देंहटाएं
  6. aadarniy sir
    waqai aapki paintings ne man moh liya hai .kamaal ka jaadu hai aapke haatho me to .te kala har kisi ko nahi milti yah to god gifted jo aapke haatho ko mili .
    asha hai aage bhi aapke haathon ka kamaal dekhne ko milta rahega
    badhai vbahut bahut dhanyvaad
    poonam

    जवाब देंहटाएं