मंगलवार, 3 मई 2011

'द रियल सेल्फ '




इस स्केच का नाम मैंने रक्खा था 'द रियल सेल्फ' ..इसको उल्टा पुल्टा करके देखा जा सकता.इसलिए मैंने दोनों तरफ की तस्वीर आपकी सुविधा के लिए अपलोड की है..हमारे मानस में धर्म को लेकर जो उथल पुथल है ,उसको समाहित करने की कोशिश की है इसमें हमने।


5 टिप्‍पणियां:

  1. रंजन जी,विचारोंकी उथलपुथल को स्केच के द्वारा
    कितनी अच्छी तरह से समझाया है
    बहुत सुंदर ..........

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  2. Beautiful sketch ! Wonderfully depicting our emotions and conflicts.

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  3. चिंतन को उद्देलित करती..उम्दा स्केच.. बचपन में ऐसे तस्वीरों से विशेष आकर्षण हुआ करता था

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