इस पेंटिंग का नाम मैंने पिघलता आसमान रक्खा है...यहाँ नदी मे आसमान उतारने को व्याकुल हो रहा....एक अकेला चंद भरसक कोशिश कर रहा की आसमान की ऊंचाई बरकरार रहे...
चाँद और समुद्र में अन्योन्याश्रय सम्बन्ध है...और इस सम्बन्ध की परिणति ज्वार भाटा के रूप में होती है...मैंने इस परिणति को चित्रित करने की कोशिश की है....और नाम दिया है इस पेंटिंग को ॥" द टाइड "...
इस पेंटिंग का नम मैंने "कोंसेप्सन" रक्खा है....चाहे मानस की या शरीर की गर्भाधान प्रक्रिया हो...हमें एक चक्र से गुज़ारना होता है....मैंने कोशिश की है इस प्रक्रिया को रंग रूप देने की...